-कमेटी के सदस्यों की मांग पर डीसी ने सैमिनार आयोजित करने के दिए निर्देश।
PANIPAT AAJKAL , 23 अक्टूबर। डीसी डाक्टर वीरेन्द्र कुमार दहिया ने वीरवार को जिला सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हॉल में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 के तहत जिला स्तरीय सतर्कता एवं निगरानी समिति की त्रैमासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए एस.सी./एस.टी. एक्ट के तहत की जा रही कार्रवाई की समीक्षा की और संबंधित अधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए कि इस कमेटी में जो भी सदस्य शामिल है उसको साथ लेकर एक सैमिनार आयोजित करवाया जाए ताकि लोगों को इस एक्ट के बारे में जागरूक किया जा सके।
बैठक के दौरान डीसी ने जुन माह से सितंबर 2025 माह के बीच दर्ज किए गए मामलों की समीक्षा करते हुए यह सुनिश्चित करने को कहा कि लाभार्थियों को समयबद्ध ढंग से आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि एफआईआर दर्ज होते ही पीडि़तों को मुआवजा राशि शीघ्र प्रदान की जाए, जिससे उन्हें न केवल आर्थिक सहायता मिले, बल्कि भावनात्मक रूप से भी संबल प्राप्त हो।
डीसी डॉक्टर दहिया ने कहा कि समाज कल्याण विभाग संबंधित पीडि़तों से बैंक खाता संख्या व आवश्यक दस्तावेज लेकर शीघ्रता से औपचारिकताएं पूरी करे। उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक के दौरान जिला कल्याण अधिकारी जापान सिंह ने उपायुक्त को अवगत करवाया कि जुन से सितंबर माह तक की अवधि में एससी/एसटी एक्ट के तहत जिला स्तर पर कुल 13 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। उन्होंने बताया कि पहले 8 मामलों में पीडि़तों को आर्थिक सहायता की पहली किश्त दी जा चुकी है, जबकि 2 मामलों मे अप्रुल नही हुई तथा पुलिस रिपोर्ट के अनुसार मामलों में सच्चाई ना पाने के कारण 3 मामलो को कैंसल कर दिया गया है। उपायुक्त ने बैठक में मौजूद गैर सरकारी सदस्यों से भी इस विषय पर प्रतिक्रिया ली और सुझाव आमंत्रित किए ताकि पीडि़तों को अधिक प्रभावी ढंग से राहत पहुंचाई जा सके। इस अवसर पर डीएसपी सतीश वत्स, सदस्य प्राण रत्नाकर, सत्यप्रकाश वैद, ओमप्रकाश, सत्यवान झंडा, सहित जिला कल्याण विभाग के अधीक्षक विनोद शर्मा उपस्थित रहे।