एसडी पीजी कॉलेज पानीपत में सेबी की राष्ट्रीय प्रतिभूति बाजार संस्थान द्वारा ‘म्यूचुअल फण्ड, स्टॉक और निवेश में करियर के अवसर’ विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

admin  4 days, 2 hours ago Top Stories

–विद्यार्थियों को विषय विशेषज्ञ अरुण पुनिया, सेबी प्रशिक्षक ने किया जागरूक
–वित्तीय जागरूकता के माध्यम से ही लोगों का आर्थिक कल्याण और वित्तीय समस्याओं का समाधान संभव है: अरुण पुनिया 

PANIPAT AAJKAL , 19 अक्टूबर. एसडी पीजी कॉलेज पानीपत की वाणिज्य एसोशिएशन के तत्वाधान में सेबी की राष्ट्रीय प्रतिभूति बाजार संस्थान द्वारा ‘म्यूचुअल फण्ड, स्टॉक और निवेश में करियर के अवसर’ विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमे वाणिज्य विभाग के बीकॉम, बीबीए और एमकॉम छात्र-छात्राओं के साथ प्राध्यापकों ने भाग लिया । ‘म्यूचुअल फण्ड, स्टॉक, द्वितीयक बाजार सत्र, म्यूचुअल फंड, सेबी के प्रमुख आदेश, शिकायत निवारण तंत्र और निवेश में करियर के अवसर’ जैसे विषयों पर विद्यार्थियों को विषय विशेषज्ञ अरुण पुनिया सेबी प्रशिक्षक ने जागरूक किया और उनके ज्ञान में वृद्धि की । वित्तीय क्षेत्र में अरुण पुनिया को 14 वर्षों का गहन अनुभव प्राप्त है और वे सेबी, आईआईसीए, एनआईएसएम, एनसीऍफ़ई, एनएसईसी डीएसएल आदि से सक्रीय रूप से जुड़े है । कार्यशाला का विधिवत आगाज प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा ने मुख्य वक्ता का स्वागत करके किया और सम्पूर्ण कार्यक्रम की सूत्रधार डॉ दीपा वर्मा रही । उनके साथ डॉ दीपिका अरोड़ा, डॉ पवन कुमार, प्रो मनोज कुमार, प्रो आशीष, प्रो शिल्पा ठाकुर, प्रो पूजा धींगडा, प्रो पूजा गर्ग, प्रो परी, और प्रो भावना आदि कार्यशाला में उपस्थित रहे । कार्यशाला का उद्देश्य आज के अनिश्चितताओं से भरे वातावरण में वित्तीय साक्षरता एवं निवेशक जागरूकता को पैदा करना रहा । विद्यार्थियों को कार्यशाला में म्यूच्वल फंड, स्टॉक एक्सचेंज, स्टॉक बाजार, बैंक इत्यादि के अलावा डीमैट अकाउंट के बारे में जानकारी दी गई । मंच संचालन डॉ दीपा वर्मा और प्रो शिल्पा ठाकुर ने किया । वर्कशॉप के बाद सभी प्रतिभागियों को परीक्षा उपरान्त सर्टिफिकेट्स वितरित किये गए । इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों को सेबी आधारित डोक्युमेंट्री फिल्म भी दिखाई गयी जिसे विद्यार्थियों ने रोचकता के साथ देखा ।  


अरुण पुनिया ने कहा कि द्वितीय बाजार सत्र जिसे सेकेंडरी मार्केट भी कहा जाता है असल में वह बाजार है जहां पहले से जारी प्रतिभूतियों (जैसे शेयर, बॉन्ड आदि) की खरीद-बिक्री होती है । यह प्राथमिक बाजार से अलग है जहां कंपनियां पहली बार अपने शेयर जारी करती हैं । द्वितीय बाजार सत्र में निवेशक पहले से जारी प्रतिभूतियों को खरीदते और बेचते हैं जिससे बाजार में तरलता बढ़ती है और निवेशकों को अपने निवेश को आसानी से बदलने का अवसर मिलता है । द्वितीय बाजार सत्र में निवेशकों को अपने निवेश को आसानी से बदलने का अवसर मिलता है और इसमें प्रतिभूतियों के मूल्य का निर्धारण होता है जो बाजार की मांग और आपूर्ति पर आधारित होता है । द्वितीय बाजार सत्र में विभिन्न प्रकार के निवेशक जैसे व्यक्तिगत निवेशक, संस्थागत निवेशक, और विदेशी निवेशक भाग लेते हैं । नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) जैसे स्टॉक एक्सचेंज द्वितीय बाजार सत्र के कुछ अच्छे उदाहरण हैं । निवेश में कैरियर के अवसर पर बोलते हुए उन्होनें कहा कि ये बहुत ही रोमांचक और चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं । कुछ प्रमुख कंपनियाँ का जिक्रे करते हुए उन्होनें कहा कि गोल्डमैन सैक्स एक प्रमुख निवेश बैंक है जो विभिन्न प्रकार के निवेश अवसर प्रदान करता है जैसे एसेट मैनेजमेंट, फिक्स्ड इनकम, इक्विटी और इनवेस्टमेंट बैंकिंग । इसी प्रकार एसबीआई म्यूचुअल फंड एक प्रमुख म्यूचुअल फंड कंपनी है जो निवेशकों को विभिन्न प्रकार के निवेश उत्पाद प्रदान करती है जिनमें इक्विटी फंड, डेट फंड और हाइब्रिड फंड शामिल है । एआईआईबी एक प्रमुख निवेश बैंक है जो एशिया में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए निवेश करता है । इसी तरह मॉर्गन स्टैनली एक प्रमुख निवेश बैंक है जो विभिन्न प्रकार के निवेश अवसर प्रदान करता है जिनमें इक्विटी, फिक्स्ड इनकम और इनवेस्टमेंट बैंकिंग प्रमुख है । चोला सिक्योरिटीज एक प्रमुख निवेश कंपनी है जो निवेशकों को विभिन्न प्रकार के निवेश उत्पाद प्रदान करती है । आईआईएफएल एक प्रमुख निवेश कंपनी है जो निवेशकों को विभिन्न प्रकार के निवेश उत्पाद प्रदान करती है जैसे शेयर, म्यूचुअल फंड और बॉन्ड । इन कंपनियों में निवेश में कैरियर बनाने के लिए, हमें विभिन्न प्रकार के कौशल और ज्ञान की आवश्यकता होती है और हमें वित्तीय विश्लेषण, निवेश रणनीति और जोखिम प्रबंधन का आना जरुरी है ।


प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा ने कहा कि ऐसे आयोजन से छात्रों को पैसों के सही एवं सुरक्षित निवेश की जानकारी मिलती है । सिक्योरिटीज मार्केट, च्यूअल फंड, विनिवेश तथा अन्य विषयों पर इतने सरल शब्दों में जानकारी देना अपने आप में एक सफल प्रयास  । आज दौर में सही जगह और सही समय पर निवेश करने के लिए वित्तीय साक्षरता बहुत जरूरी है । आज लोगों को पैसों की अहमियत और बचत का महत्व का पता चल गया है । आज के स्पर्धात्मक युग में वित्तीय साक्षरता के अभाव में चंद मिनटों में ही गाढ़ी कमाई को गलत जगह निवेश हम अपनी सारी जमा पूंजी को गंवा सकते हैं । ऐसे में लोगों में वित्तीय जागरूकता का होना बहुत जरूरी है ताकि लोग अपने कमाए पैसों को सही जगह पर निवेश कर सकें । कार्यशाला ने यही विद्यार्थियों सिखाया है । 


डॉ दीपा वर्मा वाणिज्य विभाग ने कहा कि म्यूचुअल फंड एक प्रकार का निवेश वाहन है जो कई निवेशकों से पैसे इकट्ठा करता है और उन्हें विभिन्न प्रकार की प्रतिभूतियों में निवेश करता है जैसे कि शेयर, बॉन्ड और सरकारी प्रतिभूतियां । म्यूचुअल फंड का उद्देश्य निवेशकों को विविधीकरण और पेशेवर प्रबंधन प्रदान करना है जिससे उन्हें अपने निवेश पर अच्छा रिटर्न मिल सके । म्यूचुअल फंड विभिन्न प्रकार की प्रतिभूतियों में निवेश करता है जिससे निवेशकों का जोखिम कम होता है । इस फंड का प्रबंधन अनुभवी फंड मैनेजर द्वारा किया जाता है जो निवेशकों के पैसे को समझदारी के साथ निवेश करते हैं । इस फंड में निवेश करने वाले निवेशक अपने पैसे को आसानी से निकाल भी सकते हैं । म्यूचुअल फंड में निवेश करने की लागत कम होती है जिससे निवेशकों को अधिक रिटर्न मिलता है । म्यूचुअल फंड के दो प्रकार होते है जिसमें इक्विटी फंड शेयर बाजार में निवेश करता है और उच्च रिटर्न प्रदान करता है । इसी प्रकार डेट फंड बॉन्ड और अन्य ऋण प्रतिभूतियों में निवेश करता है और स्थिर रिटर्न प्रदान करता है । हाइब्रिड फंड इक्विटी और डेट दोनों में निवेश करता है और मध्यम रिटर्न प्रदान करता है । उन्होनें कहा कि म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले निवेशकों को अपने निवेश लक्ष्यों, जोखिम सहनशक्ति और वित्तीय स्थिति को ध्यान में रखना चाहिए ।   

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