कथा कोई धार्मिक कर्णरस नहीं. तीर्थ यात्रा सैर सपाटा नहीं और कर्मकांड के विधान पाखंड नहीं: स्वामी दिव्यानंद जी

admin  5 days, 2 hours ago Top Stories

-धार्मिक शब्दों का सही अर्थ समझो, तभी जीवन सार्थक होगा
-हनुमान चालीसा का विधिपूर्वक पाठ कर हनुमान जी से राम रासायन लो
-अज्ञात भय अंगद की तरह छलांग नहीं लगाने देता

PANIPAT AAJKAL   (18 अक्तूबर 2025)  श्री सनातन धर्म महावीर दल सनोली रोड पानीपत में हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित हनुमान कथा के तीसरे दिन पूज्य गुरूदेव डॉ.स्वामी दिव्यानंद जी महाराज ने कहा कि स्वयं को निराश, हताश समझने वाला व्यक्ति हनुमान भक्त नहीं हो सकता। स्वयं को पहचानो, अज्ञात भविष्य के डर से स्वयं को दीन हीन मत बनाओ। हनुमान जी के सद्गुण ही उनका रासायन हैं, जिस कारण वे सदा सफल, प्रसन्न और राम जी के प्यारे हैं। परिस्थिति प्रतिकूल हो तो घबराएं नहीं। आज इधर उधर के लोग आदमी को अज्ञात भय जिसे फियर आप अननॉन कहा है, दिखाकर डरा रहे हैं। अपना व्यवसाय चला रहे हैं। अंगद कोई कम वीर नहीं थे, फिर भी एक अज्ञात भय था, जो छलांग लगाने से रोक रहा था, जाम्वंत ने कहा कि अभी तो कार्य शुरू ही नहीं हुआ और अज्ञात भय? सफलता न मिलेगी। तब हनुमान को देखा। हनुमान बोले काम अवश्य होगा, क्योंकि मेरे भीतर प्रसन्नता है, जाम्वंत जैसे वृद्धों की सम्मति है और राम की कृपा है। होईहि काजु मोहिं हरषि बिसेखी। आज आदमी सोचता है, पर अपनी सोच को प्रेक्टिकल रूप नहीं दे पाता-अंगद की तरह छलांग नहीं लगा पाता। एक ही उपाय है राम रासायन, जो हनुमान जी के पास है।
इससे पूर्व मुख्य अतिथि नवीन भाटिया, गोपाल तायल एवं आदित्य तायल ने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।  
इस अवसर पर प्रधान हेमन्त लखीना, पंकज सेठी, विक्की कत्याल, चेतन तनेजा, हिमांशु विरमानी, संदीप मलिक, विजय सहगल, रोहताश देशवाल, अरूण पसरीचा, रिशु लखीना, कश्मीरी लाल तनेजा, टहला राम रामदेव, गुलशन लखीना, कमल रामदेव, तुलसी दास वधवा, चंद्र रेवड़ी आदि उपस्थित थे। मंच संचालन अश्विनी लखीना ने किया।

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